सञ्चालनमा रहेका नौ वाणिज्य बैंकको नाफा घटेपछि समग्रमा बैंकहरूको नाफा घटेको छ।
वाणिज्य बैंकहरूको नाफा समग्रमा ४.६६ प्रतिशतले घटेको हो। गत आर्थिक वर्ष २०८०-८१ को दोस्रो त्रैमासमा बैंकहरूले २८ अर्ब ७० करोड नाफा कमाएकोमा यस वर्ष २०८१-८२ को दोस्रो त्रैमासमा नाफा घटेर २७ अर्ब ३६ करोडमा सीमित भएको छ।
बैंकहरूमा सबैभन्दा धेरैले नाफा बढ्नेमा प्रभु बैंक रहेको छ। बैंकको नाफा ८४ प्रतिशतले बढेर एक अर्ब ३३ करोड रूपैयाँ पुगको छ।
त्यस्तै, सबैभन्दा धेरैले नाफा घट्नेमा एनआइसी एशिया बैंक छ। बैंकको नाफा ९२ प्रतिशतले घटेर १५ करोड रूपैयाँमा सीमित भएको छ।
बैंकहरूको खराब कर्जामा भएको वृद्धि, कर्जा लगानीमा अपेक्षित बिस्तार नहुँदा र खुद ब्याज आम्दानी बढ्न नसक्दा नाफामा प्रभाव परेको हो।
बैंकहरूको दोस्रो त्रैमासको नाफा रकम करोडमा |
बैंक | पुस ०८१ | पुस ०८० | फरक प्रतिशत |
सिद्धार्थ बैंक | ५३ | ११३ | -५३ |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक | ७६ | २०१ | -६२ |
एभरेष्ट बैंक | २०७ | १७१ | २१ |
ग्लोबल आइएमइ | ३०५ | २०४ | ४९ |
कुमारी बैंक | २७ | ८६ | -६८ |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट मेगा बैंक | २८३ | १८० | ५७ |
प्रभु बैंक | १३३ | ७२ | ८४ |
एनआईसी एशिया बैंक | १५ | १९० | -९२ |
लक्ष्मी सनराइज बैंक | ११६ | १०५ | १० |
हिमालयन बैंक | १५१ | १५० | १ |
एनएमबि बैंक | २०० | १३७ | ४५ |
सानिमा बैंक | ११९ | ११३ | ५ |
नेपाल एसबिआइ बैंक | ९० | ८४ | ७ |
माछापुच्छ्रे बैंक | ८० | ८० | |
सिटिजन्स बैंक | ६६ | ७८ | -१५ |
नेपाल बैंक | ४६ | ५९ | -२२ |
कृषि विकास बैंक | ९५ | १३५ | -२९ |
प्राइम कमर्सियल बैंक | १८६ | २१८ | -१४ |
स्टयाण्डर्ड चार्टर्ड बैंक | १६४ | १७४ | -५ |
नबिल बैंक | ३२४ | ३२० | १ .२५ |
कुल नाफा | २७३६ | २८७० | -४.६६ |
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