गत आर्थिक वर्ष २०८०-८१ को वित्तीय विवरण आउन थालेरहेका छन्।
कम्पनीहरूको वर्षभरीको कार्य सम्पादनको मूल्यांकन नै यसैबाट हुन्छ। यस्ता वित्तीय विवरणको प्रभाव सेयर बजारमा समेत पर्छ।
गत आर्थिक वर्ष २०८०-८१ मा वाणिज्य बैंकहरूको नाफा समग्रमा सात अर्ब रूपैयाँले बढेको छ।
अघिल्लो आर्थिक वर्ष २०७९-८० मा यस्तो नाफा ५६ अर्ब ४८ करोड रहेकोमा गत आर्थिक वर्ष यसमा करिब १२ प्रतिशत वृद्धि भएर ६४ अर्ब ०६ करोड पुगेको छ। सञ्चालनमा रहेका २० वाणिज्य बैंकहरूले प्रकाशित गरेको वित्तीय विवरण अनुसार यस्तो देखिएको हो।
बैंकको लाभांश दिने क्षमतामा सुधार भए पनि अधिकांश बैंकको लाभांश क्षमता कमजोर नै छ। लाभांश दिनसक्ने बैंकको यस्तो क्षमता एक प्रतिशतदेखि २९ प्रतिशतसम्म छ।
यद्यपी बैंक तथा वित्तीय संस्थाहरूलाई असारसम्मको वित्तीय विवरणमा साउनअन्त्यसम्म उठ्ने ब्याज समेत जोड्न सक्ने सुविधा राष्ट्र बैंकले दिएको छ।
साउनमध्य कटिसकेपछि बैंकहरूले अपरिस्कृत वित्तीय विवरण प्रकाशित गरेकाले लगभग उठ्न सक्ने ब्याज आइसकेको अनुमान गर्न सकिन्छ।
तर पनि साउन मसान्तसम्म ब्याज उठेमा बैंक तथा वित्तीय संस्थाहरूले परिस्कृत वित्तीय विवरण सार्वजनिक गर्दा यो ब्याज पनि समावेश गर्नसक्ने छन्।
त्यसैले, अहिले प्रकाशित भएको नाफा रकम, लाभांश क्षमतामा पनि धेरथोर परिवर्तन हुनसक्ने सम्भावना रहन्छ।
बैंक | वितरण योग्य नाफा रकम | लाभांश क्षमता % |
असार २०८१ | असार २०८० | असार २०८१ |
नबिल बैंक | ३८५ | ३१८ | १४.२६ |
राष्ट्रिय वाणिज्य बैंक | ५८ | ९१ | ३.७२ |
सिटिजन्स बैंक | ६१. | ८४ | ४.३४ |
कुमारी बैंक | -३७८ | -२२० | |
नेपाल इन्भेष्टमेन्ट मेगा | -३४३ | -३४७ | |
ग्लोबल आइएमई बैंक | ११० | ३२४ | ३.०६ |
लक्ष्मी सनराइज बैंक | १२८ | १७२ | ५.५५ |
माछापुच्छ्रे बैंक | ४६ | १०६ | ४.०१ |
एनआइसी एशिया बैंक | -२३० | ३५३ | |
नेपाल बैंक | ७६ | ०.०३ | ५.२४ |
एनएमबी | २३ | ११४ | १.३ |
नेपाल एसबिआई बैंक | ११३ | १०७ | ११ |
एभरेष्ट बैंक | ३५१ | ४११ | २९.८६ |
सानिमा बैंक | १४१ | २२१ | १०.४ |
प्रभु बैंक | १२२ | -२२३ | ५.२ |
हिमालयन बैंक | -५७८ | -३२४ | |
स्ट्याण्डर्ड चार्टर्ड बैंक | २४९ | २०४ | २६.५ |
सिद्धार्थ बैंक | ३६ | ६६ | २.६ |
प्राइम कमर्सियल बैंक | ११९ | -६६ | ६.१८ |
कृषि विकास बैंक | २६६ | १२४ | १७.३७ |