जनगणना २०७८ को नतिजा सार्वजनिक गरेको दुई महिना १० दिन पछि राष्ट्रिय तथ्यांक कार्यालयले जातजाति, भाषा र धर्मको नतिजा सार्वजनिक गरेको छ।
राष्ट्रिय तथ्यांक कार्यालयका उपप्रमुख हेमराज रेग्मीका अनुसार जातजाति, भाषा र धर्मका सम्बन्धमा सरोकारवाला व्यक्ति र संस्थाबाट दर्ता गराइएका ७० वटा माग र ध्यानाकर्षणको विषय सम्बोधन गरेर तथ्यांक सार्वजनिक गरिएको हो।
जनगणना २०७८ मा प्रमुख धर्म, भाषा र जातजातिको जनसंख्या अनुपातमा फेरबदल देखिएको छ। २०६८ को जनगणना अनुसार धर्मका आधारमा सबैभन्दा धेरै हिन्दुको जनसंख्या ८१.३ प्रतिशत रहेकोमा २०७८ मा ८१.१९ मा झरेको छ।
जातजातिको आधारमा २०६८ मा सबैभन्दा धेरै क्षेत्री जनसंख्या १६.६ प्रतिशत रहेकोमा अहिले क्षेत्रीको जनसंख्या १६.४५ प्रतिशत छ।
मातृ भाषाका आधारमा २०६८ को जनगणनामा नेपाली भाषा बोल्नेको संख्या ४४.६३ प्रतिशत भएकोमा अहिले बढेर ४४.८६ प्रतिशत भएको छ। नेपाली पछि धेरै बोलिने मातृभाषा मैथिली भने २०६८ मा ११.६ प्रतिशत रहेकोमा अहिले घटेर ११ प्रतिशत रहेको छ।
जनसंख्याको आकारको हिसाबले भने प्रमुख भाषा, धर्म तथा जातिको जनसंख्या घटेको छैन।
धर्म
धर्मका आधारमा हिन्दु धर्मावलम्बीको जनसंख्यामा ठूलो अन्तर देखिएको छैन।
२०६८ सालमा हिन्दु, बौद्ध, इस्लाम, किरात र क्रिश्चियन धर्म मान्नेको अनुपात क्रमशः ८१.३, ९, ४.४, ३ र १.१४ प्रतिशत रहेको थियो।
२०७८ को जनगणना अनुसार यो अनुपात ८१.१९, ८.२१, ५.०९ र १.७६ प्रतिशत देखिन्छ। अनुपातका दृष्टिकोणले बौद्ध र हिन्दु धर्म मान्ने घटेको र इस्लाम, किरात र क्रिश्चियन बढेको देखिन्छ।
प्रमुख पाँच धर्मको जनसंख्या अन्तर
| जनगणना २०७८ | जनगणना २०६८ |
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धर्म | जनसंख्या | योगदान/अनुपात | जनसंख्या | योगदान/अनुपात |
हिन्दु | २३६७७७४४ | ८१.१९ | २१५४००३२ | ८१.३ |
बौद्ध | २३९३५४९ | ८.२१ | २३८४५०५ | ९ |
इस्लाम | १४८३०६६ | ५.०९ | ११६५७५८ | ४.४ |
किरात | ९२४२०४ | ३.१७ | ७९४८३५ | ३ |
क्रसियन | ५१२३१३ | १.७६ | ३७०९२३ | १.४ |
क्षेत्री बाहुनको अनुपात घट्यो
नेपालमा जातजातिको संख्या १४२ पुगेको छ। एक दशकमा १७ वटा जातजातिको संख्या बढेको हो। जनगणना २०६८ मा १२५ जातजाति थिए।
जनसंख्याको आधारमा क्षेत्री र बाहुनको अनुपात घटेको छ। २०६८ को जनगणनाअनुसार १०० बराबर क्षेत्रीको १६.६ प्रतिशत र ब्राह्मणको १२.२ प्रतिशत जनसंख्या रहेको थियो । अहिले घटेर १६.४५ प्रतिशत र ११.२९ प्रतिशत पुगेको छ।
प्रमुख १० जातजातिको जनसंख्या घटबढ तथा अनुपात
| २०७८ | २०६८ |
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जातजाती | जनसंख्या | योगदान/अनुपात | जनसंख्या | योगदान/अनुपात |
क्षेत्री | ४७९६९९५ | १६.४५ | ४३९८१७९ | १६.६ |
ब्राहमण | ३२९२३७३ | ११.२९ | ३२२६९०३ | १२.१८ |
मगर | २०१३४९८ | ६.९ | १८८७७३३ | ७.१२ |
थारू | १८०७१२४ | ६.२ | १७३७४७० | ६.५६ |
तामाङ | १६३९८६६ | ५.६२ | १५३९८३० | ५.८१ |
विश्वकर्मा | १४७००१० | ५.०४ | १३२१९३३ | ४.९९ |
मुसलमान | १४१८६७७ | ४.८६ | १२५८५५४ | ४.७५ |
नेवार | १३४१३६३ | ४.६ | ११६४२२५ | ४.३९ |
यादव | १२२८५८१ | ४.२१ | १०५४४५८ | ३.९८ |
राई | ६४०६७४ | २.२ | ६२०००४ | २.३४ |
मातृभाषा
मातृभाषा नेपाली, भोजपुरी, थारू लगायतको भाषा बोल्नेको जनसंख्या अनुपात बढेको छ। मैथिली, तामाङ, डोटेली भाषा बोल्नेको जनसंख्या अनुपात घटेको छ।
२०६८ मा १०० जना बराबर ४४.६३ प्रतिशत जनाले नेपाली भाषा बोल्थे भने अहिले ४४.८६ प्रतिशत जनाले बोल्ने गरेको जनगणना २०७८ बाट देखिएको छ।
त्यस्तै २०६८ मा १०० बराबर ११.६ प्रतिशत जनाले मैथिली भाषा बोल्थे भने अहिले ११ प्रतिशत जनाले मात्रै बोल्ने गरेका छन्।
प्रमुख १० भाषाको जनसंख्या घटबढ तथा अनुपात
| २०७८ | २०६८ |
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भाषा | जनसंख्या | योगदान/अनुपात | जनसंख्या | योगदान/अनुपात |
नेपाली | १३०८४४५७ | ४४.८६ | ११८२६९५३ | ४४.६४ |
मैथिली | ३२२२३८९ | ११.०५ | ३०९२५३० | ११.६७ |
भोजपुरी | १८२०७९५ | ६.२४ | १५८४९५८ | ५.९८ |
थारू | १७१४०९१ | ५.८८ | १५२९८७५ | ५.७७ |
तामाङ | १४२३०७५ | ४.८८ | १३५३३११ | ५.११ |
बज्जिका | ११३३७६४ | ३.८९ | ७९३४१६ | २.९९ |
अवधि | ८६४२७६ | २.९६ | ५०१७५२ | १.८९ |
नेवारी | ८६३३८० | २.९६ | ८४६५५७ | ३.२ |
मगर | ८१०३१५ | २.७८ | ७७०११६ | २.९१ |
डोटेली | ४९४८६४ | १.७ | ७८७८२७ | २.९७ |